किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को हरियाणा-पंजाब के खनुरी बॉर्डर से हिरासत में लिए जाने के बाद किसान अलर्ट पर हैं. डल्लेवाल की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसानों ने खुद ली है. मोर्चे के दोनों ओर करीब 70 किसान तैनात हैं. डल्लेवाल के पास किसान 4 घंटे की शिफ्ट में निगरानी कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि डल्लेवाल को पंजाब पुलिस ने 26 नवंबर को हिरासत में लिया था. उस समय उनका वजन लगभग 86.800 किलोग्राम था। वहां से लौटने के बाद उनका वजन 4 किलो कम हो गया है. वह 26 नवंबर से अनशन पर हैं. डल्लेवाल के लिए सामने एक नया मंच बनाया गया है। आज से वे यहीं बैठेंगे और अपना अनशन जारी रखेंगे. मंच के आसपास किसानों की ड्यूटी भी लगाई गई है.
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसान संयुक्त मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर संघर्ष समिति आज सुबह 11 बजे किसान भवन, चंडीगढ़ में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इसमें आने वाले दिनों की रणनीति बताई जाएगी.
डल्लेवाल की सुरक्षा में किसान खुद तैनात थे
किसान नेताओं का कहना है कि सभी किसान सुरक्षित हैं. अब किसी को भी जगजीत सिंह डल्लेवाल तक पहुंचने की इजाजत नहीं दी जाएगी. हमें मारकर या हमारी लाशों को पार करके ही कोई आगे बढ़ सकता है। इसके साथ ही महिला किसानों का कहना है कि जब डल्लेवाल ने आमरण अनशन का ऐलान किया तो महिला किसानों ने भी संघर्ष में शामिल होने का ऐलान कर दिया. पहले पहाड़ में सिर्फ पुरुष ही आते थे, लेकिन सरकारों की नाकामी के कारण अब महिलाओं को भी आना पड़ रहा है.
6 राज्यों के किसान नेताओं ने की बैठक
एक दिन पहले शनिवार को किसान मजदूर मोर्चा ने 6 राज्यों के किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक की. बैठक की अध्यक्षता पीटी जोन केरल और पंजाब के किसान नेता गुरमनीत सिंह मंगत ने की। किसानों ने कहा कि डल्लेवाल की हिरासत आम आदमी पार्टी सरकार के दोहरे चरित्र को उजागर करती है. छह दिसंबर के दिल्ली मार्च की तैयारियों को लेकर सभी संगठनों के बीच सहमति बन गयी है. बैठक में लंगर की व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था और स्वयंसेवकों की संख्या पर चर्चा की गई.