बिजनेस न्यूज. अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने मंगलवार को बेल्जियम, डेनमार्क, यूरोपीय संघ और जर्मनी के राजदूतों को गुजरात के खावड़ा में स्थित विश्व के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा पार्क का दौरा कराया। इस पार्क का संचालन अडानी ग्रीन एनर्जी द्वारा किया जाता है। इसके अलावा, विदेशी प्रतिनिधियों ने मुंद्रा में स्थित भारत के सबसे बड़े वाणिज्यिक बंदरगाह का भी दौरा किया, जो अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड द्वारा संचालित किया जाता है।
प्रतिनिधियों का स्वागत और वार्ता
इस दौरे में बेल्जियम के राजदूत डिडिएर वेंडरहस्सेल्ट, डेनमार्क के राजदूत फ्रेडी स्वान, भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत हर्व डेल्फिन और भारत तथा भूटान में जर्मनी के राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन शामिल थे। गौतम अडानी ने बताया कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य वैश्विक साझेदारियों को मजबूत करना था, जिससे भारत के ऊर्जा संक्रमण में तेजी लाई जा सके और हाइड्रोजन इकोसिस्टम को विकसित किया जा सके।
सोशल मीडिया पर विचार साझा
गौतम अडानी ने इस दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर साझा कीं। उन्होंने लिखा, “यूरोपीय संघ, बेल्जियम, डेनमार्क और जर्मनी के राजदूतों का हमारे कार्यालय में स्वागत करना हमारे लिए सम्मान की बात है। मैं उनके खावड़ा, गुजरात में स्थित विश्व के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा पार्क और मुंद्रा के बंदरगाह, लॉजिस्टिक तथा औद्योगिक हब का दौरा करने की सराहना करता हूं।” अडानी ने अपने संदेश में कहा कि उनका समूह भारत के भविष्य के लिए टिकाऊ ऊर्जा मिश्रण के माध्यम से अपने महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा प्रयासों को आगे बढ़ा रहा है।
खावड़ा परियोजना और भविष्य की योजनाएं
अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) और इसके साथ जुड़े विक्रेताओं का एक पूरा इकोसिस्टम खावड़ा के बंजर भूमि पर विश्व की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना विकसित करने में कार्यरत है। यह परियोजना 538 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है। हाल ही में AGEL ने खावड़ा संयंत्र में 250 मेगावाट की पवन ऊर्जा क्षमता शुरू की है, और इस तरह अपनी 2030 तक 50 गीगावाट क्षमता हासिल करने की योजना की ओर कदम बढ़ा रहा है, जिसमें कम से कम 5 गीगावाट ऊर्जा भंडारण क्षमता भी शामिल होगी।
नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी भूमिका
अडानी समूह ने अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं के तहत नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भारत को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने का संकल्प लिया है। अडानी ने कहा कि उनका समूह नवीकरणीय ऊर्जा को प्राथमिकता देते हुए संतुलित ऊर्जा मिश्रण के जरिए एक स्थायी भविष्य की दिशा में निरंतर कार्यरत है।