इंटरनेशनल न्यूज. वैश्विक व्यापार तनाव के बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अब चीन के साथ अच्छा समझौता कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह हर देश से मिलना चाहते हैं। वे मैक्सिको से लेकर जापान और इटली तक हर देश की यात्रा करने के लिए उत्सुक हैं। वहीं, चीन के वाणिज्य मंत्रालय की ओर से बयान आया कि वे अमेरिका से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन ट्रंप को टैरिफ की धमकी बंद कर समानता के आधार पर बात करनी होगी।
17 अप्रैल का खुलासा
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 17 अप्रैल को कहा कि वह अभी व्यापार समझौते को अंतिम रूप नहीं देना चाहते। उन्होंने इटली के प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात की। ट्रंप ने जॉर्जिया मैलोनी के साथ इस बैठक पर विश्वास जताया और कहा कि यूरोपीय संघ के साथ समझौता करना आसान होगा।
चीन के साथ बढ़ता तनाव
चीन के साथ संबंधों में और खटास आने पर बीजिंग ने घोषणा की कि वह व्यापार युद्ध से नहीं डरता, बल्कि समानता, सम्मान और पारस्परिक लाभ पर आधारित वार्ता का आह्वान करता है। चीनी विदेश मंत्रालय का यह बयान ट्रम्प की बीजिंग के साथ वार्ता के दौरान आया।
चीन पर 245 प्रतिशत टैरिफ
व्हाइट हाउस के तथ्य पत्र के अनुसार, अब चीनी आयात पर 245 प्रतिशत तक का टैरिफ लगाया जाएगा। इसमें 125 प्रतिशत पारस्परिक टैरिफ, फेंटेनाइल संकट से संबंधित अतिरिक्त 20 प्रतिशत शुल्क, तथा अमेरिका द्वारा अनुचित व्यापार प्रथाओं से निपटने के लिए 7.5 से 100 प्रतिशत तक के अन्य उपाय शामिल हैं।
कई देश टैरिफ पर चर्चा कर रहे हैं
व्हाइट हाउस के अनुसार, 75 देशों ने टैरिफ कम करने के लिए चर्चा शुरू कर दी है। हालाँकि, चीन ने अभी तक इस संबंध में कोई बातचीत शुरू नहीं की है। ट्रम्प ने कहा है कि टैरिफ का उद्देश्य विशेष रूप से अमेरिकी उद्योग और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करना है। इसके अलावा, उन्होंने भारत सहित अन्य व्यापार डीलरों पर भी इसी प्रकार के उपाय लागू करने की अपनी मंशा दोहराई है।