क्राइम न्यूज. राजस्व खुफिया निदेशालय ( डीआरआई ) ने महाराष्ट्र, हरियाणा, तेलंगाना, तमिलनाडु और बिहार में 11 विभिन्न स्थानों पर एक साथ छापे मारकर सात नकली मुद्रा मुद्रण मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस अभियान में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया। छापेमारी के दौरान पुलिस ने लैपटॉप, प्रिंटर, पेन ड्राइव, सिक्योरिटी पेपर, ए-4 साइज के पेपर और महात्मा गांधी के वाटरमार्क वाले बटर पेपर जब्त किए। डीआरआई अधिकारियों की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा उसके खिलाफ बीएनएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
तीन लोग गिरफ्तार
वित्त मंत्रालय के अनुसार, डीआरआई की शिकायत के आधार पर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद डीआरआई ने सिक्योरिटी पेपर के आयातक का पता विक्रोली पश्चिम, मुंबई से लगाया। घनी आबादी वाले इलाके में की गई तलाशी के दौरान, नकली भारतीय मुद्रा नोटों की छपाई और परिष्करण में लगे एक केंद्र का पता चला। इसमें 50 और 100 रुपये के नकली नोट, कई मशीनें और उपकरण जब्त किए गए। डीआरआई ने महाराष्ट्र के संगमनेर जिले और कोल्हापुर जिले में कंप्यूटर और प्रिंटर का उपयोग करके नकली नोटों की छपाई का पता लगाया। दोनों स्थानों पर डीआरआई अधिकारियों की शिकायत पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बीएनएस के अधिकार क्षेत्र में आने वाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पूछताछ के दौरान और खुलासे
कोल्हापुर में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में बेलगाम में एक और मॉड्यूल का खुलासा हुआ, जहां कोल्हापुर पुलिस ने तीन और लोगों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा, आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले, बिहार के खगड़िया जिले और हरियाणा के रोहतक में सुरक्षा कागज के आयातकों का पता लगाया गया। डीआरआई अधिकारियों की शिकायत पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और मामले को बीएनएस के तहत आगे की जांच के लिए सौंप दिया गया।